सिकंदराराऊ (हसायन) 19 नवंबर । स्थानीय विकासखंड क्षेत्र के ग्रामीण अंचल की ग्राम पंचायत सिहोरी में छह वर्षीय बालिका के गले में खाने, पीने, लीलने यानि गटकने में परेशानी होने पर बालिका के परिजन उपचार के लिए एक निजी चिकित्सक के पास ले गए, तो उक्त चिकित्सक के द्वारा बालिका को डिप्थीरिया गलघोटू रोग से पीडित होने की आशंका जताते हुए बालिका को उपचार के लिए जिला चिकित्सालय के लिए भेजा गया। जिला चिकित्सालय में बालिका का परीक्षण होने पर डिप्थीरिया गलघोटू रोग की जानकारी होने पर बालिका का उपचार कराया। बालिका के उपचाररत होने पर स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियो में डिप्थीरिया गलघोटू रोग से पीडित बालिका के स्वरूप में दूसरा केस मिलने पर स्वास्थ्य विभाग व विश्व स्वास्थ्य संगठन के अधिकारियो-कर्मचारियों के द्वारा ग्रामीण अंचल की स्वास्थ्य कार्यकत्रियों से गांव के सभी गली-मुहल्लें में घर-घर सर्वे कराकर दवा वितरित कराकर टीकाकरण भी करवाया।
सिहोरी निवासी विनोद कुमार की छह वर्षीय बालिका सारिका को खाने-पीने की चीजें गले से सटकने के दौरान हो रही परेशानी को देखकर विनोद कुमार पुरदिलनगर के डाक्टर अजीम के यहां पर तेरह नवंबर को लेकर पहुचे थे। डॉ. अजीम द्वारा बालिका की परेशानी को देखते हुए डिप्थीरिया गलघोटू रोग से पीडित होने की आशंका जाहिर कर बालिका को परिजन के साथ जिला चिकित्सालय बागला के लिए भिजवा दिया, जहां पर बालिका का उपचार होने के उपरांत गलघोटू डिप्थीरिया रोग से राहत मिलने पर बालिका के घर पहुंचने पर विश्व स्वास्थ्य संगठन के ब्लाक क्षेत्रीय मानीटर संदीप पाठक के द्वारा स्वास्थ्य विभाग के प्रभारी चिकित्साधिकारी डॉ. अंकुश सिंह, बीपीएम निशांत यादव के अलावा स्वास्थ्य महिला कार्यकत्रियो के माध्यम से सर्वे कराकर दवा वितरित कराकर एसीएफ सर्वे का कार्य पूर्ण कराते हुए तत्काल विश्व स्वास्थ्य संगठन की महिला सर्विलांस मेडीकल ऑफीसर एसएमओ डॉ. प्रीती रावत के निर्देशन पर टीकाकरण का कार्य कराया। विश्व स्वास्थ्य संगठन की मेडीकल सर्विलांस ऑफीसर एसएमओ डॉ. प्रीती रावत के द्वारा गांव सिंहोरी में गली मुहल्ले घर घर भ्रमण कर बच्चो से बातचीत कर उनके खानेपीने के अलावा गले से सटकने अटकने के बारे में जानकारी कर बच्चो की कुशलता की जानकारी प्राप्त की। सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र के प्रभारी चिकित्साधिकारी डॉ. अंकुश सिंह के दिशा निर्देशन पर गांव सिंहोरी में टीकाकरण का कार्य कराए जाने के दौरान बिना टीकाकरण कराए गांव में निवास कर रहे सत्तर बच्चो का भी टीकाकरण का कार्य कराया गया।