मथुरा 18 नवंबर । केडी डेंटल कॉलेज में राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ मथुरा द्वारा आयोजित ‘इनोवेटिव भारत 3.0’ कार्यक्रम में मथुरा जनपद के 22 कॉलेजों के साढ़े आठ सौ छात्र-छात्राओं ने अपनी बौद्धिक क्षमता का शानदार आगाज किया। आर.एस.एस. के विकसित भारत की दिशा में एक कदम, कार्यक्रम में छात्र-छात्राओं ने विभिन्न मॉडलों के माध्यम से राष्ट्र के विकास का खाका खींचा। राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ ने लगातार तीसरे वर्ष युवा छात्र-छात्राओं को नवाचार और उद्यमिता के क्षेत्र में प्रोत्साहित करने के लिए एक मंच प्रदान किया। इस कार्यक्रम में 22 कॉलेजों के 850 छात्र-छात्राओं ने भाग लिया तथा स्वास्थ्य, चिकित्सा, पर्यावरण, सामाजिक विज्ञान, अर्थशास्त्र, कानून और इंजीनियरिंग, प्रौद्योगिकी विषयों पर अपने नवाचारी विचारों को प्रस्तुत किया। कार्यक्रम में आईआईटी दिल्ली, आईआईटी बॉम्बे और आईआईटी कानपुर से अतिथियों ने शिरकत की। प्रत्येक श्रेणी में तीन विजेताओं को सम्मानित किया गया। इस अवसर पर शैक्षिक संस्थानों द्वारा लगाए गए प्रदर्शनी स्टॉल में प्रत्येक कॉलेज ने अपने परिसर में हो रहे नवाचारों की जानकारी दी। इस कार्यक्रम का उद्देश्य भारतीय उत्पादों को बढ़ावा देना था, जिसमें सफल भारतीय नवाचारों जैसे एलसीए तेजस, चंद्रयान और मेक इन इंडिया लायन कॉन्सेप्ट पर प्रकाश डाला गया। इन नवाचारों में भारत की वैज्ञानिक और तकनीकी क्षमताओं को प्रदर्शित किया गया। चंद्रयान-3 मिशन की सफलता ने भारत को वैश्विक अंतरिक्ष समुदाय में एक महत्वपूर्ण स्थान दिलाया है।
केडी मेडिकल और डेंटल कॉलेज के प्रबंध निदेशक मनोज अग्रवाल ने आरएसएस और केडी डेंटल कॉलेज की पूरी प्रबंधन टीम को इस कार्यक्रम के सफल आयोजन के लिए बधाई दी। उन्होंने कहा कि यह कार्यक्रम युवा उद्यमियों में नवाचार की संस्कृति को बढ़ावा देगा और ‘विकसित भारत’ और ‘मेक इन इंडिया’ की विचारधारा का मार्गदर्शन करेगा। इस कार्यक्रम में सौ से अधिक प्रोफेसर और शिक्षक शामिल हुए तथा युवा इनोवेटर्स को मार्गदर्शन प्रदान किया। छात्र-छात्राओं ने प्रभावी प्रस्तुतियों की कला भी सीखी, जिसमें उन्हें अपने विचारों को स्पष्ट और आत्मविश्वास से प्रस्तुत करने का मौका मिला। उन्हें यह भी सीखने को मिला कि कैसे बड़े मंच पर खुद को प्रस्तुत करें और अपने विचारों को दूसरों के सामने रखने का तरीका सीखा। कार्यक्रम के विजेताओं को भारत के प्रमुख संस्थानों जैसे आईआईटी दिल्ली, आईआईटी कानपुर और एम्स दिल्ली में इनक्यूबेशन का अवसर मिलेगा। दिल्ली आधारित प्रमुख विज्ञान एनजीओ, हेल्पिंग सोल फाउंडेशन ने भी इस कार्यक्रम के सफल आयोजन में महत्वपूर्ण योगदान दिया। यह कार्यक्रम युवाओं की प्रतिभा को पहचानने और उन्हें नवाचार के क्षेत्र में आगे बढ़ाने के लिए एक महत्वपूर्ण कदम है। इससे देश में नवाचार और उद्यमिता को बढ़ावा मिलेगा। यह कार्यक्रम आने वाले वर्षों में भी युवाओं को नवाचार की दिशा में प्रेरित करता रहेगा।