प्रयागराज 17 नवंबर । प्रयागराज में 13 जनवरी 2025 से 26 फरवरी 2025 तक महाकुंभ का आयोजन किया जाएगा. इसके चलते यूपी बोर्ड की हाई स्कूल और इंटरमीडिएट परीक्षाएं इस बार देर से शुरू होंगी. महाशिवरात्रि के स्नान के बाद मार्च के पहले सप्ताह में परीक्षा शुरू होने की संभावना है. बोर्ड परीक्षा के लिए केंद्रों का निर्धारण किया जा रहा है. साथ ही, नकलमुक्त परीक्षा सुनिश्चित करने के लिए सख्त व्यवस्थाएं की जा रही हैं. बोर्ड मुख्यालय, मंडल और राज्य स्तर पर कंट्रोल रूम स्थापित किए जाएंगे. परीक्षा कक्षों की निगरानी ऑनलाइन सीसीटीवी कैमरों के माध्यम से की जाएगी. दिसंबर 2024 से प्रैक्टिकल परीक्षाएं शुरू होंगी, जो जनवरी 2025 तक पूरी होंगी. इसके बाद मार्च में लिखित परीक्षाएं आयोजित की जाएंगी.
54 लाख से अधिक छात्र परीक्षा में होंगे शामिल
इस वर्ष कुल 54,38,597 परीक्षार्थी बोर्ड परीक्षाओं में शामिल होंगे, जिसमें 27 लाख 40 हजार 151 हाई स्कूल और 26 लाख 98 हजार 446 इंटरमीडिएट के छात्र शामिल हैं. हालांकि, परीक्षा देर से शुरू होने के बावजूद बोर्ड ने मूल्यांकन और रिजल्ट समय पर घोषित करने का आश्वासन दिया है. यूपी बोर्ड ने नकल रोकने के लिए व्यापक इंतजाम किए हैं. परीक्षा केंद्रों पर निगरानी के लिए ऑनलाइन सीसीटीवी कैमरों का उपयोग होगा. इसके साथ ही बोर्ड की ओर से परीक्षा प्रक्रिया को पारदर्शी और सख्त बनाने के प्रयास जारी हैं.
नए सचिव भगवती सिंह की पहली परीक्षा
यूपी बोर्ड के नए सचिव भगवती सिंह इस बार पहली बार बोर्ड परीक्षा का आयोजन करेंगे. परीक्षा को सुचारू और पारदर्शी बनाने के लिए विशेष दिशा-निर्देश जारी किए गए हैं. वर्ष 2024 में यूपी बोर्ड परीक्षाएं 22 फरवरी से शुरू हुई थीं. इस बार महाकुंभ के कारण परीक्षा कार्यक्रम में बदलाव किया गया है. महाकुंभ के समापन के बाद ही परीक्षाएं शुरू की जाएंगी. महाकुंभ और यूपी बोर्ड परीक्षा 2025 दोनों के सफल आयोजन के लिए प्रशासन की तैयारी जोरों पर है.