हाथरस 16 अक्टूबर । हम सबके कर्म अलग अलग हैं तो उसके अनुसार हमारा भाग्य निर्धारित हो रहा है। अपना भाग्य खुद हम लिखते हैं। आज से एक लाइन पक्की करें ‘‘जो कुछ हो रहा है, वो मेरे कर्मों का परिणाम हैं। अपना भाग्य हम खुद लिखते हैं, बदलेंगे भी हम। उसके लिए पहले यह चैक करना है, कर्म होते क्या हैं। कर्म केवल कार्य नहीं, हम जो कुछ भी सोचते हैं वह भी कर्म है। सोच कर सोचो कि क्या यह करने लायक है। कुछ बातें हमारे अनुसार होती हैं, कुछ बातें हमारे अनुसार नहीं होतीं। उन्होंने प्रश्न पूछते हुए यह बताने का प्रयास किया कि भगवान सभी का भाग्य अच्छा लिखेगा। अगर सब कुछ ईश्वर की मर्जी से हो रहा है तो सबका भाग्य कैसा होना चाहिए? अपने बच्चे के भाग्य में साल में कितनी बीमारी देखना चाहते हैं? यह मेरे साथ ऐसा इसलिए गलत करते हैं जब हमने कभी कुछ इनके साथ गलत किया था। एक है जो मैंने किया वह उससे भी ज्यादा गलत। हर समय तीनों काल साथ कार्य करते हैं। याद रखना वर्तमान मेरे पूर्व कर्म का परिणाम है। और जो कुछ मैं कर रहा हूँ वह मेरे पास भविष्य में आयेगी। जब दूसरे के लिए यह सोचेंगे कि वह बहुत अच्छे हैं। जो सबसे पहले अच्छा कौन बन जायेगा, हम बनेंगे। जो अपने मन पर जीत पा लेता है वह अपनी कर्म इन्द्रियों पर जीत पा लेता है। मेरे किये हुए कर्मों के परिणाम मेरे सामने आना ही है। जिसने भी हमारे साथ गलत किया है उनके लिए भी दुआ। यदि अभी यह नहीं चुकाया तो आगे जाकर यह बढ़ता जायेगा। श्रेष्ठ कर्म यह नहीं कि कितना कमाते हैं, श्रेष्ठ कर्म यह है कैसे कमाते हैं। जो जो कमाया पीछे रह जायेगा। जैसे कमाया वह साथ जायेगा। कार्य सेवाभाव से करना है तो सेवाभाव से करना चाहिए। हम नौकरी करते हैं तो मन में मजबूरी के बोल बोलते हैं। अगर शुकराना करते हुए धन कमायेंगे तो शुकराना आयेगा। अपने काम का शुकराना करो। धन दुआओं का कमायेंगे तो अन्न भी मन को शक्ति देगा। अन्न को वैसे बनाइये जैसे प्रसाद बनता है। प्रसाद बनता है तन की भी सफाई और मन की भी सफाई। जैसा अन्न होता है वैसा मन होता है। इससे पूर्व कार्यक्रम का शुभारम्भ ‘‘ज्योति जगा लो गीत की मधुर ध्वनि के मध्य‘‘ दीप प्रज्जवलित कर किया गया।
इस अवसर पर सदर विधायक अंजुला माहौर, नगर पालिकाध्यक्ष बहिन श्वेता चैधरी, दिशा समिति के सदस्य केपी सिंह पौरूष, व्यापारी अमित अग्रवाल, ग्रुप कैप्टन डाॅ जयपाल सिंह, नगर संघचालक आरएसएस डाॅ पीपी सिंह, प्रेम सिंह एडवोकेट, डाॅ भरत यादव, भारत स्वाभिमान के अनिल वार्ष्णेय, कन्या गुरूकुल की अधिष्ठात्री पवित्रा शर्मा, कार्यक्रम संचालिका बीके शान्ता बहिन, चरखी दादरी की राजयोग शिक्षिका बीके प्रेमलता बहिन, तरफरा केन्द्र प्रभारी बीके सीता दीदी, रेवाड़ी से बीके कमलेश बहिन, इगलास से बीके हेमलता बहिन ने किया। कार्यक्रम में पूर्व सांसद राजेश दिवाकर, डाॅ मनोज, ब्लाॅक प्रमुख रामेश्वर उपाध्याय, एसडीएम सदर नीरज शर्मा, एएसपी अशोक कुमार, एसडीएम सासनी, प्रज्ञा यादव, सीओ सिटी योगेन्द्र कृष्ण नारायण, बीके भावना बहिन, अरविन्द वार्ष्णेय सहित दर्जनों संस्थाओं के अध्यक्ष और पदाधिकारी उपस्थित थे। कार्यक्रम में सांस्कृतिक प्रस्तुति केम्ब्रिज स्कूल के बच्चों द्वारा स्वागत नृत्य, भजन -लवी, व्यौमिका, कामाक्षी, अनन्त, आयुश, प्रिेया, हिमानी, खुषी, स्वागत नृत्य – देवयानी, सुहानी, निहारिका, दिव्यांषी, मधू, आषु कवि अनिल बौहरे ने कविता पाठ किया। योगआसन का प्रदर्षन – कन्या गुरूकुल सासनी की बालिकायें, दोहापाठन – प्रभू दयाल दीक्षित किया। राजयोग का अभ्यास कराते हुए उन्होंने एक-एक करके पूरे कार्यक्रम में उपस्थित जनों को सहजता से बाहर किया।