हाथरस 14 अक्टूबर । सेकसरिया सुशीला देवी पब्लिक स्कूल के 20 प्रतिभाशाली कैडेट्स के दल ने 9वीं यूपी बटालियन एनसीसी, हाथरस द्वारा एमजे पब्लिक स्कूल, सादाबाद में आयोजित वार्षिक प्रशिक्षण शिविर में भाग लिया। दस दिवसीय इस शिविर में कैडेट्स ने विभिन्न सैन्य और नेतृत्व संबंधी प्रशिक्षण गतिविधियों में हिस्सा लिया। इस दौरान कैडेट्स को दीवार पर चढ़ने, रेंगने और संतुलन बनाए रखने जैसी शारीरिक क्षमताओं का प्रशिक्षण मिला। इसके साथ ही, उन्हें राइफल प्रशिक्षण के अंतर्गत निशानेबाजी, मानचित्र पढ़ने और कंपास का उपयोग करने का प्रशिक्षण भी मिला। थर्ड ऑफिसर श्री दीपक गुप्ता ने आपदा प्रबंधन, व्यक्तित्व विकास, राष्ट्रीय एकता, नेतृत्व गुणों और विभिन्न प्रकार के नेतृत्व पर विशेष सत्र आयोजित किए, जिसमें कैडेट्स को सैन्य और नागरिक दोनों प्रकार की चुनौतियों के लिए तैयार किया गया।
सेकसरिया सुशीला देवी पब्लिक स्कूल के छात्रों ने इस प्रशिक्षण शिविर में असाधारण प्रदर्शन करते हुए कुल 11 मेडल्स जीते। जिनमें तान्या सिंह को फायरिंग में उत्कृष्ट प्रदर्शन के लिए, जबकि विवेक भारद्वाज को शारीरिक फिटनेस और ज्योत्सना यादव को मानचित्र पढ़ने में उत्कृष्टता के लिए पुरस्कृत किया गया। इसके अतिरिक्त, प्रियंका, कर्णिका सिंह, प्रशांत सिंह, सूर्यांश प्रताप सिंह, प्रबल गौतम, अभय भारद्वाज, पीयूष गर्ग, शोर्य कटारा को सांस्कृतिक गतिविधियों में उनके अद्वितीय प्रदर्शन के लिए सम्मानित किया गया। कैंप कमांडर कर्नल सुरिंदर होरा ने कैडेट्स के समर्पण और अनुशासन की सराहना करते हुए कहा, “इन कैडेट्स ने अनुकरणीय प्रदर्शन किया है। इनकी शारीरिक और नेतृत्व क्षमताओं को देखकर मुझे विश्वास है कि ये भविष्य में भी हमारे देश का नाम रोशन करेंगे।”
सेकसरिया सुशीला देवी पब्लिक स्कूल के प्रधानाचार्य डॉ. गणेश डी. पाटिल ने छात्रों की उपलब्धियों पर गर्व व्यक्त करते हुए कहा, “हमारे छात्रों ने इस शिविर में अनुशासन, साहस और कड़ी मेहनत का प्रदर्शन किया है। उनकी सफलता उनके अनुशासन और दृढ़ संकल्प का परिणाम है, जो हमारे विद्यालय के सतत विकास और उत्कृष्टता के दृष्टिकोण का प्रमाण है। हम ऐसी प्रतिभाओं को प्रोत्साहित करने और अधिक से अधिक छात्रों को इन समृद्ध अनुभवों में भाग लेने के लिए प्रेरित करने के लिए प्रतिबद्ध हैं।” इस अवसर पर डिप्टी कैंप कमांडर कर्नल पवन कुमार, लेफ्टिनेंट विक्रम सिंह वर्मा, जगवीर सिंह, मुनेश कुमार जैसे अधिकारी भी उपस्थित रहे, जिन्होंने छात्रों को मार्गदर्शन और प्रेरणा प्रदान की।