सिकंदराराऊ (हसायन) 10 अक्टूबर । महामाई मातारानी मॉ भगवती के शारदीय नवरात्रि के नव दिन के नवरात्रि उत्सव पर कस्बा से लेकर देहात क्षेत्र में नवरात्रि पर उपवास करने वाले अविवाहित कन्या,बालिका,युवतियो के द्वारा महामाई को प्रसन्न करने के लिए नौरती नौरता का अनौखा खेल करने में लगी हुई है।मातारानी की महिला वर्ग की अविवाहित मातारानी की भक्त कन्या युवती,बालिकाओ के द्वारा एक महिला अविवाहिता के घर में दीवार पर मिटटी से एक आकृति तैयार कर विधि विधान के साथ पूजा कर भक्ति में लीन दिखाई देती है।कन्या,बालिका,युवतियो के द्वारा नव दिन के मातारानी के पावन पवित्र त्यौहार को लेकर काफी उत्साहित दिखाई दे रही है।मातारानी की भक्तो के द्वारा घर घर में पूजा अर्चना करने के बाद भोर की पहली किरण में ही मातारानी का जल व दुग्ध से अभिषेक करने के लिए भीड दिखाई दे रही है।शारदीय नवरात्रि पर महिला वर्ग की विभिन्न उम्र वर्ग की अविवाहित भक्तो के द्वारा भोर की पहली किरण में नौरती नौरता बनकर खेल करते हुए मातारानी को प्रसन्न करने को लेकर भक्तो में अपार उत्साह दिखाई दे रहा है।नौरती नौरता के अनौखे खेल के दौरान अविवाहित मातारानी की भक्तो के द्वारा निकरौ दुलियारानी बाहर,खिरकन बैठे कोतवाल,कांट कटैया कांटे पांचें भैया पांटे छटौ में न्यारों गीत गुनगनाते हुए दिखाई देती है।शारदीय नवरात्रि के अंतिम नवम नौवे नवरात्रि को अविवाहित महिला स्तर की कन्या,बालिका,युवतियों के द्वारा नौरती नौरता का विवाह कराए जाने की रस्म निभाई जाती है।नवरात्रि के अंतिम शारदीय नवरात्रि में ग्रामीण अंचल में जगह जगह पर नौरती नौरते के नवदिन के खेल में अनौखा कार्यक्रम कर विवाह का आयोजन करने की तैयारी भी अविवाहित भक्तो के द्वारा कर ली गई है।