Hamara Hathras

14/09/2024 5:40 pm

Latest News

हाथरस 14 सितम्बर । श्यामकुंज स्थित एमएलडीवी पब्लिक इण्टर कालेज में हिन्दी दिवस के अवसर पर संगोष्ठी का भव्य आयोजन किया गया, जिसमें हिन्दी को समृद्ध व प्रभावशाली बनाने हेतु एवं इसके उत्थान के लिये किये जाने वाले प्रयासों पर चर्चा की गयी।

डीआरबी इण्टर कालेज के पूर्व प्रधानाचार्य स्वतन्त्र कुमार गुप्त ने बताया कि हिन्दी भावों की भाषा है। इसका व्याकरण सुबोध एवं सुगम्य है। इसमें अन्य भाषा के शब्दों को समाहित करने की अद्भुत क्षमता है। पूरे भारत की 80 प्रतिशत जनसंख्या हिन्दी बोलना व लिखना जानती है एवं 10 प्रतिशत जनसंख्या हिन्दी समझती है। भारत के 11 राज्यों में हिन्दी प्रमुख भाषा है। वर्ष 1949 में हिन्दी को राजभाषा घोषित किया गया था। आज के दिन हम संकल्प लें कि हिन्दी के प्रचार व प्रसार में स्वयं को समर्पित कर देंगे, तभी हिन्दी का मान व सम्मान सुरक्षित रहेगा एवं हिन्दी राष्ट्रभाषा बनकर पूरे विश्व में अपना परचम लहरायेगी।

विशिष्ट अतिथि आरकेएसके इण्टरनेशनल स्कूल की प्रधानाचार्या ज्योति सिंह ने बताया कि हमारी आधिकारिक भाषा होने के अलावा हिन्दी सबसे समृद्ध भाषाओं में से एक है। हिन्दी दिवस मनाने का उद्देश्य युवाओं को उनकी विरासत की याद दिलाना है। राष्ट्रीय एकता में भी हिन्दी का महत्वपूर्ण एवं गौरवशाली स्थान है।

विद्यालय की कार्डिनेटर रेखा जौदान ने आग्रह किया कि यदि हम 15 मिनट भी शुद्ध हिन्दी बोल पाते हैं, तो सही मायने में हम हिन्दी दिवस मना रहे हैं। अन्य भाषाओं के सम्मान के साथ-साथ हमें हिन्दी को उचित स्थान दिलाना होगा। सारिका सोनी व निधि चतुर्वेदी की कविताओं ने जहाँ दर्शकों को मंत्र-मुग्ध कर दिया, वहीं दूसरी ओर प्रियंका जैन एवं प्रियंका वाष्र्णेय द्वारा हिन्दी दिवस के उपलक्ष में की गयी साज-सज्जा ने सबका मन मोह लिया।
कार्यक्रम को सफल बनाने में प्रधानाचार्या पूनम वार्ष्णेय, प्रशासनिक प्रमुख हर्षित गुप्ता, उप प्रधानाचार्या शाजिया रफीक खान, ललिता पाठक, आरके शर्मा, संजय मिश्रा, हिमांशु वाष्र्णेय, अंकित वार्ष्णेय, मौ0 दानेश, गीता गौतम, काजोल वाष्र्णेय, मोनिका दुबे, मानसी वर्मा, प्राची शर्मा, रिया जैन, निधि शर्मा, निधि अरोरा, सारिका गुप्ता, ऋचा वाष्र्णेय, बबिता भारद्वाज, चारू गुप्ता, अभिषेक सिंह, कृष्ण कुमार कौशिक, गिरीश वर्मा, सुनीता राय, सुमिति शर्मा, पुनीत गुप्ता, पुनीत वाष्र्णेय, राजेन्द्र प्रसाद, जीतू अरोरा, सत्यवती आदि का सहयोग रहा। अन्त संस्था के डायरेक्टर स्वतंत्र कुमार गुप्त ने सभी का धन्यवाद ज्ञापित किया।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Related Posts

You cannot copy content of this page