हाथरस 10 सितम्बर । जिला महिला अस्पताल के एसएनसीयू वार्ड में आज कोई भी चिकित्सक मौजूद नहीं था। इसके कारण नवजात शिशुओं की देखभाल और इलाज की स्थिति गंभीर हो गई है। जिला महिला अस्पताल में एसएनसीयू वार्ड में तीन चिकित्सकों के पद स्वीकृत हैं, लेकिन वर्तमान में यहां एक भी चिकित्सक तैनात नहीं है। इस समय केवल एक बाल रोग विशेषज्ञ को अतिरिक्त प्रभार दिया गया है, लेकिन वह मंगलवार को अवकाश पर थे। इस कारण नवजात शिशुओं के तीमारदारों को बिना इलाज के लौटना पड़ा। बारिश के मौसम के चलते नवजात शिशुओं में विभिन्न बीमारियों की बढ़ती संख्या के बीच, अस्पताल का पैरामेडिकल स्टाफ कुछ बच्चों का इलाज करने में सक्षम रहा, लेकिन बड़ी संख्या में मरीज इलाज के बिना ही लौट गए। एक तीमारदार नरेंद्र ने बताया कि उसके बच्चे को उल्टी और दस्त की समस्या है, लेकिन चिकित्सक की अनुपस्थिति के कारण कोई सहायता नहीं मिल पाई।
सीएमएस डा. पुष्पलता ने कहा कि एसएनसीयू वार्ड में तीन चिकित्सकों के पद स्वीकृत हैं, लेकिन वर्तमान में एक ही चिकित्सक तैनात है। अवकाश के कारण उस चिकित्सक की अनुपस्थिति ने स्थिति को और जटिल बना दिया है। बताया कि उन्होंने शासन को कई बार अन्य चिकित्सकों की तैनाती के लिए पत्र लिखा है, लेकिन अभी तक कोई ठोस समाधान नहीं मिला है।