सिकंदराराऊ (हसायन) 06 सितंबर । स्थानीय कस्बा के मोहल्ला अहीरान स्थित सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र व ब्लाक क्षेत्र के ग्रामीण अंचल की ग्राम पंचायत पोरा स्थित प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र परिसर में ब्लाक क्षेत्र की एएनएम, आशा, आशा संगनियो स्वास्थ्य कार्यकत्रियो को डिप्टीथीरिया रोग की रोकथाम के लिए प्रशिक्षित किया गया। सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र के अन्तर्गत आने बाले ब्लाक क्षेत्र के गांव पोरा के प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र के अलावा स्थानीय सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र पर विश्व स्वास्थ्य संगठन की प्रभारी एसएमओ चिकित्सक डॉ.प्रीती रावत,प्रभारी चिकित्साधिकारी डॉ.अंकुश सिंह,वीपीएम निशांत यादव के द्वारा डिप्टीथीरिया रोग की रोकथाम के लिए ब्लाक क्षेत्र के कस्बा व देहात क्षेत्र के ग्रामीण अंचल में एसीएस का कार्य करने के लिए महिला स्वास्थ्य कार्यकत्रियो की दस टीम का गठन किया गया।टीम के गठन के उपरांत टीम में पन्द्रह एएनएम स्वास्थ्य कार्यकत्रियो के अलावा चार आशा संगनी कार्यकत्री,तीन आशा कार्यकत्री कार्यरत रहेगी।विश्व स्वास्थ्य संगठन की महिला चिकित्सक एसएमओ डॉ.प्रीती रावत,प्रभारी चिकित्साधिकारी डॉ.अंकुश सिंह, वीपीएम निशांत यादव ने महिला स्वास्थ्य कार्यकत्रियो को प्रशिक्षण देते हुए बताया कि डिप्टीथीरिया रोग की रोकथाम के लिए सभी दस टीमों के कार्यकत्री अपने अपने कार्य क्षेत्र के प्रत्येक गली मुहल्ले में घर घर पहुंचकर डिप्टीथीरिया रोग से पीडित मरीज की तलाश कर जांच पडताल कर स्वास्थ्य केन्द्र पर जानकारी देने का कार्य करेगी। उन्होने बताया कि डिप्टीथीरिया रोग से पीडित परेशान मरीज में सर्दी खांसी, गले में सूजन, गले में दर्द, गले में मुंह के अंदर सफेद झिल्ली पानी पीने के दौरान नाक से पानी बाहर आने डिप्टीथीरिया रोग के लक्षण है।उन्होने बताया कि ऐसे रोगियो की तलाश कर अविलंब खोज कर विभाग को सूचित कराए जिससे समय रहते डिप्टीथीरिया रोग से पीडित मरीज का उपचार किया जा सके। विश्व स्वास्थ्य संगठन की महिला चिकित्सक एसएमओ डॉ.प्रीती रावत ने कार्यकत्रियो से कहा कि वह इस कार्य के साथ ही साथ टीकाकरण से छूटे हुए बच्चो की डियूलिस्ट भी तैयार कर ले।बच्चो की डियूलिस्ट बनाए जाने के उपरांत कैपिंग चलाकर सभी छूटे हुए बच्चो का टीकाकरण का कार्य कराया जाएगा।