हाथरस 17 अगस्त । पश्चिम बंगाल के कोलकाता में आरजी कर मेडिकल कॉलेज में महिला डॉक्टर मौमिता देवनाथ के साथ कुछ दरिंदों ने उनकी अस्मत को बहुत बुरी तरह से तार-तार किया एवं जघन्य हत्या कर दी। पूरे देश में इस बात के लिए जबरदस्त रोष है। हमारे भारत में ‘बेटी पढ़ाओं बेटी बचाओ’ का नारा दिया गया है। पर क्या यह नारा उचित निकला ? बेटी तो पढ़ाई पर, क्या बचाई गई ? क्या दोष था उस मेडिकल छात्रा का एवं उसके माता पिता का ?
एसोसिएशन ऑफ डेमोक्रेटिक ह्यूमन राइट्स की पहल पर जिले के और सभी संगठनों ने मिलकर आज शाम इस घटना के विरोध में काली पट्टी बांधकर मौन जुलूस नई धर्मशाला से कोतवाली सदर तक निकाला और एसडीएम नीरज शर्मा को ज्ञापन दिया और इस नृशंष हत्याकांड की भर्त्सना करते हुए दोषियों के खिलाफ कड़ी से कड़ी कार्यवाही एवं मृत्यदंड की मांग की। पश्चिम बंगाल सरकार को बर्खास्त कर राष्ट्रपति शासन की मांग की, जिससे भविष्य में ऐसी पुनरावृत्ति ना हो। शांति मार्च में उद्योग व्यापार मण्डल की समस्त शाखाएँ, जायंट्स ग्रुप ऑफ़ हाथरस की समस्त शाखाएं, आरएसएस, विश्व हिंदू परिषद, भारत विकास परिषद की समस्त शाखा, इनरव्हील क्लब की समस्त शाखाएं,संकल्प सेवा फाउंडेशन, नेकी की दुकान, जेसीआई की समस्त शाखाएँ, समस्त जिले की महिला शाखाएँ, स्वापो, उद्योग मंच, रक्तदाता फाउंडेशन, सेवा भारती, निस्वार्थ सेवा संस्थान आदि संगठनों के पदाधिकारी, सदस्य एवं विद्यालयों के स्टाफ, अध्यनरत बच्चे एवं बच्चियां भी शामिल थे।