हाथरस 15 अप्रैल । आज कलक्ट्रेट सभागार कक्ष में मुख्य विकास अधिकारी की अध्यक्षता में संचारी रोग नियंत्रण अभियान एवं दस्तक अभियान की समीक्षा बैठक सम्पन्न हुई, जिसमें विभिन्न विभागों के अधिकारियों ने प्रतिभाग किया। बैठक के दौरान मुख्य विकास अधिकारी द्वारा जिला पंचायत राज अधिकारी को निर्देशित किया गया कि ग्रामों में झाड़ियों की कटाई एवं साफ-सफाई का कार्य नियमित रूप से कराया जाए। जिन स्थानों पर जलभराव की स्थिति है, वहां एवं नालियों में एंटी लार्वा दवा का छिड़काव सुनिश्चित किया जाए। ग्रामों में स्थित नलकूपों के प्लेटफार्म की मरम्मत कराई जाए तथा नलों के आसपास की नालियों का उचित जल निकासी व्यवस्था भी सुनिश्चित की जाए, जिससे जल एक ही स्थान पर एकत्रित न हो। शैलो हैंडपंपों को चिह्नित कर उन पर रेड क्रॉस चिन्हित पेंट कराया जाए। ग्रामीण क्षेत्रों में कूड़े के ढेरों का उचित निस्तारण भी किया जाए। फॉगिंग कार्य भी नियमित रूप से कराया जाए।
इसी क्रम में नगर पालिका एवं नगर पंचायतों से उपस्थित समस्त अधिशासी अधिकारियों को निर्देशित किया गया कि वे भी नगरीय क्षेत्रों में नालियों की सफाई के साथ-साथ एंटी लार्वा दवा का छिड़काव तथा फॉगिंग कार्य सुनिश्चित करें। साथ ही, कूड़े के सही निस्तारण की व्यवस्था भी करें। पशुपालन विभाग को निर्देशित किया गया कि वे ग्रामों में सूअर पालकों का संवेदीकरण करें तथा उन्हें सूअर वाड़ों को आबादी से दूर स्थानों पर स्थानांतरित करने हेतु प्रेरित करें। जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी को निर्देश दिया गया कि सभी स्कूलों में आदेश जारी कर यह सुनिश्चित करें कि छात्र पूर्ण आस्तीन के कपड़े एवं पैंट पहनकर ही स्कूल आएं, और शिक्षक प्रतिदिन विद्यार्थियों को मच्छरों से फैलने वाली बीमारियों से बचाव के प्रति जागरूक करें। कृषि विभाग को निर्देशित किया गया कि वह ग्रामीण स्तर पर गोष्ठियों के माध्यम से जनसमुदाय को चूहे एवं छछूंदर से होने वाले रोगों के प्रति जागरूक करे तथा उनसे बचाव के उपायों के बारे में शिक्षित करे। स्वास्थ्य विभाग को निर्देशित किया गया कि आशा कार्यकर्ताओं को यह निर्देशित किया जाए कि वे घर-घर जाकर हीट वेव (गर्मी से होने वाले प्रभाव) से बचाव के उपायों के बारे में लोगों को जागरूक करें।