
हाथरस 10 नवंबर । अलीगढ़ रोड स्थित पॉपुलर रबर एवं अरुणा एंटरप्राइज के संचालक उद्योगपति अरुण कुमार गर्ग ने जिलाधिकारी को ज्ञापन सौंपकर एक व्यक्ति द्वारा लगातार की जा रही झूठी शिकायतों और उत्पीड़न से निजात दिलाने की मांग की है। उद्योगपति अरुण कुमार गर्ग ने बताया कि वे पिछले करीब 30 वर्षों से हवाई चप्पल एवं रबर शीट का कारोबार कर रहे हैं। उनके भाई और भतीजे भी श्रीजी फूड्स, श्रीजी बिल्डर्स, पिंकी रबर उद्योग एवं पिंकी फूड इंडिया नाम से उद्योग संचालित कर रहे हैं, जिनसे प्रतिवर्ष करोड़ों रुपये का कारोबार होता है और लाखों रुपये GST व आयकर के रूप में सरकार को राजस्व दिया जाता है। उन्होंने बताया कि फैक्ट्रियों के साथ ही परिवार द्वारा श्रीजी फार्म हाउस भी संचालित है। डीएम को दिए ज्ञापन के अनुसार एक व्यक्ति द्वारा पिछले दो वर्षों से लगातार विभिन्न विभागों GST, प्रदूषण नियंत्रण, लेबर, बिजली, डीआईसी, पीडब्ल्यूडी, आयकर विभाग व बीमा कंपनी आदि में दर्जनों झूठी शिकायतें की जा चुकी हैं। हर जांच में शिकायत को गलत पाए जाने के बावजूद अनावश्यक छापेमारी और पूछताछ के कारण मानसिक, आर्थिक एवं शारीरिक शोषण का सामना करना पड़ रहा है। उन्होंने यह भी आरोप लगाया कि कई बार जांच करने आने वाले कुछ अधिकारी आर्थिक शोषण का भी प्रयास करते हैं। उद्योगपति ने वर्ष 2011 में उसने से कृषि भूमि खरीदने के लिए किए गए रजिस्टर्ड एग्रीमेंट का भी उल्लेख किया। आरोप है कि भूमि के मूल्य में वृद्धि होने के कारण विक्रेता अब बैनामा करने से बच रहे हैं और दबाव बनाने हेतु झूठी शिकायतें कर रहे हैं। उन्होंने बताया कि उधार राशि के बदले दिए गए चेक भी बाउंस हो गए, जिससे मजबूर होकर उनके परिवार ने न्यायालय की शरण ली तो विरोध बढ़ गया। इसी रंजिश में उन्हें भूमाफिया बताकर बदनाम करने का प्रयास भी किया गया। उद्योगपति ने चेतावनी दी कि अगर प्रशासन द्वारा इस तरह की शिकायतों पर रोक नहीं लगाई गई तो उद्योग बंद करने की नौबत आ सकती है, जिससे सैकड़ों मजदूर बेरोजगार हो जाएंगे। उन्होंने जिलाधिकारी से मांग की कि बिना उनकी अनुमति के किसी भी विभाग द्वारा छापेमारी न की जाए तथा राजीव वार्ष्णेय व उनके परिवार की गोपनीय जांच कर वास्तविक स्थिति स्पष्ट की जाए। उन्होंने कहा कि प्रशासनिक संरक्षण मिलने से ही उद्योगों का संचालन सुरक्षित रह पाएगा।










