सिकंदराराऊ (हसायन) 04 मार्च । विकासखंड क्षेत्र की ग्राम पंचायत भिंतर का एक मजदूर वर्ग का चालीस वर्षीय युवक सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र के बाहर पेट दर्द की पीडा से परेशान होने के दौरान गिर जाने पर सुरक्षा व्यवस्था की जिम्मा संभालने वाले कर्मचारियो ने सडक से उठाकर उसे सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र के परिसर में स्थापित कर्मचारियो के आवास के सहारे बनी स्लैब पर दर्द से कराहता हुआ छोडकर चले गए। पेट दर्द की पीडा से कराह रहे पीडित व्यक्ति को स्वास्थ्य केन्द्र में तैनात किसी भी जिम्मेदार कर्मचारी ने उपचार तो दूर उसके पास जाने व देखने से भी कतराते रहे। सुबह से दर्द से तडप रहे मजदूर को देखकर कुछ लोगों के द्वारा जब कुछ स्वास्थ्य कर्मचारियो को बुलाने के लिए सूचना भेजी उसके बाद भी कर्मचारी व चिकित्सक दर्द से कराह रहे मरीज के पास नही पहुंचे। सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र पर तैनात कार्यरत एक एएनएम स्तर का पुरूष कर्मचारी उसे देखने के लिए पहुंचा। तो उक्त कर्मचारी पीडित मरीज को देखने व छूने से ऐसे परहेज करता रहा जैसे वह कोई पुरूष न होकर कुछ और हो।
दर्द से स्लैब पर पडे कराह रहे मजदूर वर्ग के मरीज को देख कुछ एम्बूलेंस के कर्मचारियो ने उसे सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र के अंदर परिसर में फार्मासिस्ट चिकित्सक के कक्ष के निकट पडी हुई टेबल पर जाकर लिटाकर चले आए। दर्द से कराह रहे मरीज को देखने के लिए चिकित्सक भी नही पहुंचे। वह सिर्फ फार्मासिस्ट के कमरे में ही बैठकर कार्य करते रहे। जबकि फार्मासिस्ट विजय कुमार शर्मा ने मरीज से दर्द के बारे में जानकारी कर दवाएं देते हुए अपने कर्तव्य कार्य से इति श्री कर ली। उक्त पीडित युवक बार बार अपने हाथ में मोबाइल नंबर की पर्ची लेकर अपने ससुराल वालों के यहां पर गई पत्नी को सूचित करने की पुकार कर दर्द से कराहता हुआ दिखाई दिया।भिंतर निवासी चन्द्रभान पुत्र रक्षपाल सिंह नगला रति स्थित सलेमपुर औद्योगिक क्षेत्र में स्थापित एक दुग्ध संयत्र में कार्यरत मजदूर वर्ग का कर्मचारी है।
चन्द्रभान के पेट में नगला रति जाते वक्त रास्ते में दर्द शुरू हुआ तो चन्द्रभान कस्बा हसायन की ओर बापिस आते समय सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र के बाहर सडक पर गिर पडा।उसे वहां पर तैनात कुछ सुरक्षा स्तर के विभाग में कार्यरत कर्मचारियो के द्वारा स्वास्थ्य केन्द्र के अंदर परिक्षेत्र में छोडने के बजाए उसे रास्ते में ही सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र के आवास के सहारे बनी स्लैब पर छोडकर अपने कार्य से इति श्री कर चले आए।