Hamara Hathras

हसायन : दस माह में हुई चोरी की घटनाओं को अंजाम देने वाले चोरों का सुराग लगा पाने में पुलिस रही नाकामयाब  

सिकंदराराऊ (हसायन) 03 नवंबर । कोतवाली क्षेत्र में जनवरी से अक्तूबर तक बीते दस महीनों में चोरी की लगभग 40 घटनाएँ घट चुकी हैं, लेकिन पुलिस अब तक किसी भी मामले का खुलासा नहीं कर पाई है। कस्बे से लेकर देहात क्षेत्रों तक लगातार हो रही चोरी की वारदातों ने ग्रामीणों, किसान-बागवानों और व्यापारियों में भय और असुरक्षा की भावना बढ़ा दी है। ग्रामीणों का कहना है कि पुलिस की निष्क्रियता का अंदाजा इसी बात से लगाया जा सकता है कि इन दस महीनों में कोतवाली प्रभारी चार बार बदले जा चुके हैं, बावजूद इसके आज तक किसी भी चोरी का न तो अनावरण हो सका और न ही चोरों का कोई सुराग पुलिस के हाथ लग पाया है। पीड़ित परिवार स्वयं को आज भी ठगा और लुटा हुआ महसूस कर रहे हैं। सर्दी के मौसम में पिछौती, रामनगरिया, भरतपुर, ढडौली, बस्तोई, नगरिया पट्टी देवरी और सिहोरी सहित कस्बा हसायन के बाजार से बाइक चोरी की कई घटनाएँ घट चुकी हैं। वहीं, 23 फरवरी को नगला शेखा-भीमपुर-नगरिया पट्टी देवरी के राजवाह पर विद्युत विभाग की हाईटेंशन लाइन से एल्यूमिनियम के तार और इंसुलेटर चोरी कर खंभों को क्षतिग्रस्त कर दिया गया था। लाखों रुपये मूल्य का सरकारी सामान चोरी होने के बाद भी पुलिस की कार्रवाई केवल कागजी खानापूर्ति तक सीमित दिख रही है। इसी तरह, 21 अक्तूबर को नगला रति की पैठ में भी दिनदहाड़े बाइक चोरी कर ली गई तथा दीपोत्सव की रात 23 अक्तूबर को बरसामई गाँव में दो निजी नलकूपों पर लगे 63 केवीए और 25 केवीए के ट्रांसफार्मर से तेल निकालकर कॉपर की कॉयल चोरी कर ले गए। लिखित तहरीर के बावजूद इन मामलों में भी पुलिस अब तक कोई ठोस कदम उठाने में नाकाम रही है। लगातार बढ़ती चोरी और पुलिस की कार्रवाई पर उठ रहे सवालों ने लोगों में यह चिंता पैदा कर दी है कि क्या हसायन क्षेत्र में अपराधियों के हौसले पुलिस की नाकामी के कारण बुलंद होते जा रहे हैं? ग्रामीणों ने प्रशासन से प्रभावी पुलिसिंग और रात्रि गश्त बढ़ाए जाने की मांग की है।

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