
हाथरस 31 अक्टूबर । श्यामकुंज स्थित एमएलडीवी पब्लिक इण्टर काॅलेज एवम् तरफरा रोड़ आरकेएसके इण्टरनेशनल स्कूल में स्वतंत्रता संग्राम के महानायक, स्वतंत्र भारत के प्रथम ग्रह मंत्री, अजेय व्यक्तित्व के धनी, साहसी एवम् लौहपुरूष, कानून के बैरिस्टर, सरदार वल्लभभाई पटेल की 150 वी जयंती का आयोजन धूम-धाम से किया गया। वक्ताओं ने स्वर्गीय पटेल को किशान आंदोलन के लिए समर्पित उदार हृदय इंशान बतलाते हुये कहा कि उनकी प्रेमवृति मोम की तरह कठिनाइयों की गर्मी से पिघल जाने वाली नहीं थी, अपितु वह बड़ी से बड़ी कठिनाइयों में अवचिलित करने वाली अदम्य शक्ति थी, जिसने उस समय लगभग 600 देशी रियासतों को भारत के साथ विलयकर अखंड भारत का स्वप्न साकार किया था।
कार्यक्रम को संबोधित करते हुये राज्य अध्यापक पुरस्कार से सम्मानित संस्था के डाॅयरेक्टर स्वतंत्र कुमार गुप्त ने बतलाया कि राष्ट्र के प्रति पटेल जी की उत्कृष्ट एवम् समर्पित सेवाओं के लिए उन्हें भारत का सर्वोच्च सम्मान भारत रत्न वर्ष 1991 में मरणोपरांत प्रदान किया गया। उनका विचार था, कि मुसीबतंे व्यक्ति को निडर एवम् साहसी बनाती है। इंशान का आक्रोश उसे अन्याय और पक्ष-पात के विरूद्व संघर्ष प्रदान करने की हिम्मत प्र्रदान करता है। मनुष्य के विश्वास में कमी उसे भयभीत एवम् डरपोक बनाती है। हथियार चलाने की कला को जानने वाला यदि वह हथियार को मयान में रखता है तो वास्तव में वह अंहिसा का सच्चा पुजारी है। उन्होनें छात्र-छात्राओं को आहवान करते हुये कहा कि सरदार वल्लभभाई पटेल की साधना तव ही पूर्ण होगी जब हम अनवरत प्रत्यन एवम् दृड़ इच्छा शक्ति के बल पर अपने लक्ष्य को प्राप्त करने का संकल्प लेंगे।
इस अवसर पर विद्यार्थियों को प्रशासनिक प्रमुख (एडवोकेट) हर्षित गुप्ता द्वारा राष्ट्रीय एकता की शपथ दिलायी गई एवम् कला प्रतियोगिता का आयोजन किया गया जिसमें राघव चैधरी ने प्रथम स्थान, यश माहौर ने द्वितीय स्थान, और तृतीय स्थान भूमिका ने प्राप्त किया। सरदार वल्लभभाई पटेल को याद करते हुये विद्यार्थियों के द्वारा एक काव्य संगोष्ठी का आयोजन किया गया जिसमें प्रथम स्थान हर्षिता शर्मा, द्वितीय स्थान, लविश्का सिंह, एवम् तृतीय स्थान निधी सिंह ने प्राप्त किया। कार्यक्रम को सफल बनाने में विद्यालय की प्रधानाचार्या श्रीमती पूनम वाष्र्णेय, आर0के0एस0के0 इण्टरनेशनल स्कूल की प्रधानाचार्या ज्योति सिंह, उप-प्रधानाचार्या साजिया रफीक खान, काॅर्डीनेटर डाॅ0 रेखा जादौन, हिमांशु वाष्र्णेय, प्रियंका जैन, सत्यवती माहौर, मुस्कान शर्मा, पुनीत वाष्र्णेय, पुनीत गुप्ता, निधी शर्मा, सुनीता राय, जीतू अरोरा एवम् समस्त अध्यापक एवम् अध्यापिकाओं का सहयोग रहा।