नई दिल्ली 16 सितंबर । बढ़ गई UPI की लिमिट, अब 5 लाख तक पेमेंट अगर आप भी UPI का इस्तेमाल करते हैं तो आपके लिए खुशखबरी है। नेशनल पेमेंट्स कॉरपोरेशन ऑफ इंडिया (NPCI) ने आज से ऑनलाइन पेमेंट की लिमिट 5 लाख रुपए तक बढ़ा दी है। हालांकि, यह सुविधा कुछ खास कैटेगरी- टैक्स पेमेंट, अस्पताल और एजुकेशन इंस्टीट्यूट, IPO और RBI रिटेल डायरेक्ट स्कीम के लिए उपलब्ध होगी। साल 2016 में यूपीआई पेमेंट सिस्टम की शुरूआत हुई थी। इसे NPCI ऑपरेट करती है। नेशनल पेमेंट्स कॉरपोरेशन ऑफ इंडिया (एनपीसीआई) ने यूनिफाइड पेमेंट्स इंटरफेस (यूपीआई) का यूज कर टैक्स पेमेंट के लिए ट्रांजेक्शन लिमिट बढ़ा दी है। इससे देश के लाखों टैक्सपेयर्स को फायदा होगा। अब टैक्सपेयर्स 5 लाख रुपए तक टैक्स का भुगतान करने के लिए यूपीआई का उपयोग कर सकते हैं। नए बदलाव का उद्देश्य यूपीआई का उपयोग करके बड़े ट्रांजेक्शन को आसान बनाना और बढ़ावा देना है। 24 अगस्त के एनपीसीआई के सर्कूलर के अनुसार यूपीआई एक पसंदीदा भुगतान पद्धति के रूप में उभरने के साथ, स्पेसिफिक कैटेगरीज के लिए यूपीआई में प्रति ट्रांजेक्शन लिमिट को बढ़ाने की आवश्यकता है। इन सभी बातों को देखते हुए यूपीआई में प्रति ट्रांजेक्शन वैल्यू लिमिट बढ़ा दी गई है। अब टैक्स पेमेंट से जुड़ी कैटेगरीज के तहत संस्थाओं के लिए इसे बढ़ाकर 5 लाख रुपए कर दिया गया है। 8 अगस्त को RBI ने UPI के माध्यम से कर भुगतान की सीमा 1 लाख रुपए से बढ़ाकर 5 लाख रुपए प्रति ट्रांजेक्शन करने की घोषणा की थी।
आज 16 सितंबर से अपडेटिड यूपीआई लिमिट अस्पताल के खर्च, एजुकेशनल इंस्टीट्यूशंस, आईपीओ और आरबीआई रिटेल डायरेक्ट स्कीम्स सहित अन्य ट्रांजेक्शन के लिए भी लागू होगी। हालांकि, ये ट्रांजेक्शन वेरिफाइड मर्चेंट्स के माध्यम से किए जाने चाहिए, और यूजर्स को भी यह चेक करना जरूर चाहिए कि उनके बैंक और यूपीआई ऐप्स बढ़ी हुई सीमा का सपोर्ट करते हैं या नहीं।