हाथरस में हुआ राष्ट्रीय लोक अदालत का आयोजन, सुलह-समझौते से खत्म हुआ विवाद, 46 हजार 926 वाद निस्तारित
हाथरस 14 सितम्बर । आज जिला विधिक सेवा प्राधिकरण के तत्वावधान में राष्ट्रीय लोक अदालत का आयोजन किया गया। जनपद न्यायाधीश सतेन्द्र कुमार ने दीप प्रज्जवलित कर लोक अदालत का शुभारंभ किया। इस अवसर पर जनपद न्यायालय के समस्त न्यायिक अधिकारी, जिला बार ऐसोसियेशन के सचिव एवं अधिवक्ता, बैंक अधिकारी-कर्मचारी, वादकारी, कर्मचारी उपस्थित रहे। वर्तमान वर्ष की इस दूसरी राष्ट्रीय लोक अदालत में विभिन्न प्रकृति के कुल 46,926 वादों का निस्तारण किया गया, जिसमें नौ मोटर दुर्घटना प्रतिकर के वाद का निस्तारण कर 46 लाख 70 हजार रूपये प्रतिकर के रूप में दिलाये गये, 73 सिविल वादों, 49 पारिवारिक वाद, 199 विद्युत अधिनियम के वादों का निस्तारण कर 3 लाख 16 हजार 800 रूपये अर्थदण्ड के रूप में वसूल किये गये। धारा 138 एनआई एक्ट के 11 वादों, 24,184 राजस्व वादों का निस्तारण किया गया। सात वाद जिला उपभोक्ता विवाद प्रतितोष आयोग एवं 72,00 लघु आपराधिक वादों का निस्तारण कर 82 हजार 190 रूपये अर्थदण्ड के रूप में वसूल किये गये। इसके अतिरिक्त प्रिलिटीगेेशन स्तर पर बैंक व विद्युत के कुल 15 हजार 192 मामलों का निस्तारण कर 8 करोड़ 96 लाख 77 हजार 907 रूपये में समझौता दाखिल किया गया व दो वादों का निस्तारण स्थायी लोक अदालत के माध्यम से किये गये।
इनको मिला न्याय –
- जनपद न्यायाधीश सतेन्द्र कुमार के न्यायालय से 14 सिविल वादों एवं 15 फौजदारी वादों का निस्तारण कर 4 हजार रूपये अर्थदण्ड के रूप में वसूल किये गये।
- प्रधान न्यायाधीश, परिवार न्यायालय हाथरस रविन्द्र कुमार-चतुर्थ के न्यायालय से कुल 48 पारिवारिक वादों का निस्तारण किया गया। इसके अतिरिक्त प्रिलिटिगेशन वैवाहिक विवाद का एक मामले का निस्तारण किया गया, जिनमें नौ जोडे़ साथ-साथ राजी खुशी से अपने घर गये।
- मोटर दुर्घटना दावा न्यायाधिकरण की गठित विशेष पीठ के अधिकारी महेन्द्र श्रीवास्तव एवं रामप्रताप सिंह द्वारा नौ मोटर दुर्घटना प्रतिकर के वादों का निस्तारण कर 46 लाख 70 हजार रूपये प्रतिकर के रूप में दिलाये गये।
- स्थायी लोक अदालत के अध्यक्ष राजेश कुमार के न्यायालय से दो वादों का निस्तारण किया गया।
- जिला उपभोक्ता विवाद प्रतितोष आयोग के अध्यक्ष राकेश कुमार-चतुर्थ के न्यायालय से सात वादों का निस्तारण कर 2 लाख 13 हजार 703 रूपये दिलाये गये।
- अपर जनपद न्यायाधीश, कक्ष संख्या-1, महेन्द्र श्रीवास्तव के न्यायालय से एक सिविल वाद एवं तीन फौजदारी वादों का निस्तारण कर 21 हजार रूपये अर्थदण्ड के रूप में वसूल किये गये।
- विशेष न्यायाधीश (एससी-एसटी अधि.) रामप्रताप सिंह के न्यायालय से 25 फौजदारी वादों का निस्तारण कर 10 हजार 500 रूपये अर्थदण्ड के रूप में वसूल किये गये।
- अपर जनपद न्यायाधीश, कक्ष संख्या-4, संगीता शर्मा के न्यायालय से एक फौजदारी वादों का निस्तारण किया गया।
- विशेष न्यायाधीश, पोक्सो अधिनियम चित्रा शर्मा के न्यायालय से चार फौजदारी वादों का निस्तारण कर 2 हजार रूपये अर्थदण्ड के रूप में वसूल किये गये।
- अपर जनपद न्यायाधीश, कोर्ट संख्या-3 हाथरस हर्ष अग्रवाल के न्यायालय से दो सिविल वादों व सात फौजदारी वादों का निस्तारण कर 21 सौ रूपये अर्थदण्ड एवं 199 विद्युत अधिनियम के वादों का निस्तारण कर 3,16,800 रूपये अर्थदण्ड के रूप में वसूल किये गये।
- अपर जनपद न्यायाधीश, कक्ष संख्या-5 हाथरस, विजय कुमार के न्यायालय से 01 सिविल वाद का निस्तारण किया गया।
- अपर जनपद न्यायाधीश, एफटीसी, कोर्ट संख्या-1 हाथरस, माधवी सिंह, के न्यायालय से 17 फौजदारी वादों का निस्तारण कर 8500 रूपये अर्थदण्ड के रूप में वसूल किये गये।
- अपर जनपद न्यायाधीश, एफटीसी, कोर्ट संख्या-2 हाथरस, महेन्द्र रावत, के न्यायालय से 01 सिविल वाद एवं 06 फौजदारी वादों का निस्तारण कर 57000 रूपये अर्थदण्ड के रूप में वसूल किये गये।
- मुख्य न्यायिक मजिस्ट्रेट, हाथरस, संजीव कुमार त्रिपाठी, के न्यायालय से 2360 लघु आपराधिक वादों का निस्तारण कर 450130/रूपये अर्थदण्ड के रूप में वसूल किये गये।
- सिविल जज (वप्र), हाथरस, जयहिन्द कुमार सिंह, के न्यायालय से 33 सिविल वादों का निस्तारण किया गया।
- अपर मुख्य न्यायिक मजिस्ट्रेट, हाथरस, मुन्नालाल के न्यायालय से धारा-138 एन.आई. एक्ट के 03 वादों एवं 2307 लघु आपराधिक वादों का निस्तारण कर 80,690 रूपये अर्थदण्ड के रूप में वसूल किये गये।
- अपर सिविल जज (वप्र) हाथरस दीपकनाथ सरस्वती के न्यायालय से एक वाद धारा-138 एन.आई. एक्ट व 01 लघु आपराधिक वाद एवं 01 सिविल वाद का किया गया।
सिविल जज (वप्र), एफटीसी, हाथरस, अनु चैधरी के न्यायालय से 01 सिविल वाद व 01 वाद धारा-138 एन.आई. एक्ट एवं 413 लघुआपराधिक वादों का निस्तारण कर 47370/रू0 अर्थदण्ड के रूप में वसूल किये गये। - सिविल जज (कप्र), हाथरस, श्रुति त्रिपाठी, के न्यायालय से 13 सिविल वादों का निस्तारण किया गया।
- न्यायिक मजिस्ट्रेट, हाथरस, पूनम कुमारी चैहान के न्यायालय से 484 लघुआपराधिक वादों का निस्तारण कर 14910/रू0 अर्थदण्ड के रूप में वसूल किये गये।
- अपर सिविल जज (कप्र) कोर्ट संख्या-5 हाथरस हर्षिका रस्तोगी के न्यायालय से 02 वाद धारा-138 एन.आई. एक्ट 175 लघुआपराधिक वादों का निस्तारण कर 7500/रू0 अर्थदण्ड के रूप में वसूल किये गये।
- अपर सिविल जज(कप्र) कोर्ट संख्या-3 हाथरस अनिष्का चैधरी के न्यायालय से 01 वाद धारा-138 एन.आई. एक्ट व 01 सिविल वाद एवं 151 लघुआपराधिक वादों का निस्तारण कर 20500/रू0 अर्थदण्ड के रूप में वसूल किये गये।
- सिविल जज(कप्र) एफटीसी कोर्ट संख्या-2, हाथरस, दीपा सैनी, के न्यायालय से 190 लघुआपराधिक वादों का निस्तारण कर 31040/रू0 अर्थदण्ड के रूप में वसूल किये गये।
- सिविल जज (कप्र)/एफटीसी कोर्ट संख्या-1 हाथरस शिवजी यादव के न्यायालय से दो सिविल वादों व धारा 138 एनआई एक्ट के तीन वादों एवं 146 लघु आपराधिक वादों का निस्तारण कर 30 हजार 600 रूपये अर्थदण्ड के रूप में वसूल किये गये।
- अपर मुख्य न्यायिक मजिस्ट्रेट सादाबाद आशीष थिरानियाॅ के न्यायालय से दो सिविल वादों एवं 299 लघु आपराधिक वादों का निस्तारण कर 18 हजार 350 रूपये अर्थदण्ड के रूप में वसूल किये गये।
- सिविल जज (कप्र) एवं न्यायिक मजिस्ट्रेट सिकन्द्राराऊ अभिषेक चौधरी के न्यायालय से एक सिविल वाद एवं 560 लघु आपराधिक वादों का निस्तारण कर 10 हजार 650 रूपये अर्थदण्ड के रूप में वसूल किये गये।
- अपर सिविल जज (कप्र) सादाबाद मिताली सोनकर, के न्यायालय से धारा 138 एनआई एक्ट का 01 वाद 35 लघुआपराधिक वादों का निस्तारण कर 3350 रूपये अर्थदण्ड के रूप में वसूल किये गये।
- उपजिलाधिकारी हाथरस के न्यायालय से 1761 लघु आपराधिक वादों एवं अन्य मामलों का निस्तारण किया गया।
- उपजिलाधिकारी सादाबाद के न्यायालय से 437 लघु आपराधिक वादों एवं अन्य मामलों का निस्तारण किया गया।
- उपजिलाधिकारी सिकन्द्राराऊ के न्यायालय से 1100 लघु आपराधिक वादों एवं अन्य मामलों का निस्तारण किया गया।
- उपजिलाधिकारी सासनी के न्यायालय से 1189 लघु आपराधिक वादों एवं अन्य मामलों का निस्तारण किया गया।
- तहसीलदार हाथरस के न्यायालय से 4966 राजस्व वादों एवं अन्य मामलों का निस्तारण किया गया।
- तहसीलदार सासनी के न्यायालय से 2845 राजस्व वादों एवं अन्य मामलों का निस्तारण किया गया।
- तहसीलदार सादाबाद के न्यायालय से 2139 राजस्व वादों एवं अन्य मामलों का निस्तारण किया गया।
- तहसीलदार सिकंदराराऊ के न्यायालय से 3287 राजस्व वादों एवं अन्य मामलों का निस्तारण किया गया।
- जिला पंचायत राज अधिकारी के कार्यालय से 1626 मामलों का निस्तारण किया गया।
- जिला समाज कल्याण अधिकारी के कार्यालय से 1227 मामलों का निस्तारण किया गया।
- जिला पूर्ति अधिकारी के यहाॅ से 1341 मामलों का निस्तारण किया गया।
- नगर निकाय हाथरस के यहाॅ से 510 मामलों का निस्तारण किया गया।
- विद्युत विभाग, हाथरस के प्रिलिटिगेशन स्तर के 5208 मामलों का निस्तारण किया गया।
उप सम्भागीय परिवहन अधिकारी, हाथरस के यहाॅ से 1756 मामलों का निस्तारण किया गया।
इसके अतिरिक्त प्रिलिटीगेशन स्तर पर बैंकों के ऋण सम्बन्धी 444 मामलों एवं अन्य 9540 मामलों का निस्तारण किया गया ।
इस राष्ट्रीय लोक अदालत के अन्त में जिला विधिक सेवा प्राधिकरण, हाथरस के अपर जनपद न्यायाधीश, सचिव, प्रशान्त कुमार द्वारा सभी उपस्थित महानुभावों का आभार व्यक्त किया गया।