सादाबाद 13 सितम्बर । विकास खण्ड सादाबाद के ग्राम पंचायत कजरौठी व तसींगा में संचालित अस्थाई गौशाला का जिलाधिकारी आशीष कुमार ने निरीक्षण कर यथास्थिति का जायजा लिया तथा संरक्षित गौवंश हेतु पर्याप्त मात्रा में चारा-पानी आदि व्यवस्थाओं को सुनिश्चित करने के निर्देश दिए। जिलाधिकारी ने क्रमशः विकास खण्ड सादाबाद के ग्राम पंचायत कजरौठी में संचालित श्री राधे अस्थाई गौशाला तथा विकास खण्ड सादाबाद के ग्राम पंचायत तसींगा में संचालित अस्थाई गौशाला का निरीक्षण कर संबंधित अधिकारियों को आवश्यक दिशा निर्देश दिए। उन्होंने गौशाला में बीमार गौवंश, छोटे बछड़ों और कमजोर पशुओं के लिये चारे-पानी की अलग से व्यवस्था करने के निर्देश दिए। गौवंश के लिये हरे चारे की उपलब्धता हेतु रिक्त भूमि पर नेपियर घास लगवाने के निर्देश दिए। उन्होंने जिला पंचायतराज अधिकारी को ग्राम पंचायतों में संचालित समस्त गौशालाओं में मिट्टी का टापू बनवाने तथा गौशाला में जहां पर जलभराव की समस्या हो सकती है उन स्थलों पर ईंटों की रोड़ी एवं राबिस डलवाने के निर्देश दिए। उन्होंने ग्राम प्रधानों को गौशाला में जल निकासी की व्यवस्था को सुनिश्चित करने के साथ ही नियमित रूप से साफ-सफाई कराने एवं संरक्षित पशुओं का नियमित रूप से स्वास्थ्य परीक्षण/टीकाकरण कराने निर्देश दिए। निरीक्षण के दौरान उन्होंने अस्थाई गौशाला में संरक्षित गौवंश, पीने के पानी, टीनशेड, खाने के लिए हरा चारा एवं भूसे आदि की व्यवस्था, केयर टेकर उपस्थिति, स्टॉक, पशु चिकित्सक विजिट तथा सी0सी0टी0वी0 संचालन के संबंध में जानकारी की।
विकास खण्ड सादाबाद के ग्राम पंचायत कजरौठी गौ-शाला में संरक्षित किये गये गौ-वंश हेतु की गई व्यवस्थाओं के संबंध में सहायक विकास अधिकारी पंचायत रामकिशन सिंह ने अवगत कराया कि यह गौशाला लगभग दो एकड़ में फैली हुई है। गौशाला में लगभग 492 निराश्रित गौवंश मौजूद हैं। जिसमें से 115 नर तथा 377 मादा गौवंश हैं। जिनकी देखरेख हेतु 12 केयर टेकर तथा ग्राम पंचायतों से समय समय पर आवश्यकतानुसार सफाई कर्मचारी लगाए जाते हैं। गौशाला में एक पशु चिकत्सक तैनात है। तीन टीन शेड, चार चरही, तीन पानी के हॉज, एक समरसेबिल तथा चार सीसीटीवी कैमरे संचालित हैं। उन्होंने बताया कि नेडा विभाग द्वारा दो सोलर लगाये जायेगें। इसके पश्चात् जिलाधिकारी ने विकास खण्ड सादाबाद के ग्राम पंचायत तसींगा स्थित अस्थाई गौशाला का निरीक्षण किया। गौ-शाला में संरक्षित किये गये गौ-वंश हेतु की गई व्यवस्थाओं के संबंध में जानकारी करने पर सचिव संत कुमार ने अवगत कराया कि गौशाला लगभग तीन बीघा में बनी हुई है। गौशाला में लगभग 191 निराश्रित गौवंश मौजूद हैं। जिसमें से तीन नर तथा 188 मादा गौवंश हैं। जिनकी देखरेख हेतु चार केयर टेकर हैं। चार टीन शेड, पांच चरही, 10 पानी के हॉज, एक समरसेबिल तथा दो सीसीटीवी कैमरे संचालित हैं। गौशाला में एक पशु चिकित्सक तैनात है। सभी गौवंशों की ईयर टैगिंग करा दी गई है। निरीक्षण के दौरान मुख्य विकास अधिकारी, परियोजना निदेशक, जिला पंचायतराज अधिकारी, खंड विकास अधिकारी, सहायक विकास अधिकारी तथा संबंधित कर्मचारी आदि उपस्थित रहे।