सिकंदराराऊ 09 दिसम्बर । सरस्वती विद्या मंदिर पुरदिलनगर में ‘सप्त शक्ति संगम’ कार्यक्रम भव्य रूप से सम्पन्न हुआ, जिसका मुख्य उद्देश्य नारी शक्ति को आत्मगौरव का बोध कराना और समाज परिवर्तन का संदेश देना रहा। कार्यक्रम में 141 मातृ शक्तियों ने सहभागिता की। कार्यक्रम की अध्यक्षता डॉ. मंजुलता कुशवाहा (प्राचार्या, महर्षि दयानन्द डिग्री कॉलेज, ऐहन) ने की, जबकि मुख्य अतिथि जिला मंत्री भाजपा मीरा माहेश्वरी रहीं। विशिष्ट अतिथि के रूप में सेवा भारती की प्रान्त कार्यकारिणी सदस्य श्रीमती अनु विमल उपस्थित रहीं तथा मुख्य वक्ता के रूप में डॉ. प्रतिभा भारद्वाज (प्राचार्या, बीटीसी कॉलेज, अगसौली) ने विचार व्यक्त किए। सभी अतिथियों ने माँ सरस्वती के चित्र पर माल्यार्पण एवं दीप प्रज्वलन कर कार्यक्रम का शुभारम्भ किया और विद्यालय प्रबंध समिति की ओर से पटका पहनाकर व स्मृति चिह्न देकर उनका सम्मान किया गया।
कार्यक्रम के दौरान वक्ताओं ने नारी शक्ति, पारिवारिक दायित्व, सामाजिक समरसता, पर्यावरण संरक्षण और राष्ट्र निर्माण में महिलाओं की भूमिका पर विस्तार से प्रकाश डाला। मंच पर भारत माता, सीता माता, रानी लक्ष्मीबाई और मीराबाई के प्रेरणादायी पात्रों का मंचन किया गया, जिसने उपस्थित मातृ शक्तियों को भावविभोर कर दिया। कार्यक्रम का संचालन पूर्व छात्रा रितु यादव ने किया तथा आचार्या प्रियंका ने भारतीय नारियों पर आधारित रोचक प्रश्नोत्तरी प्रस्तुत की। इस अवसर पर संयुक्त परिवार की मिसाल कायम करने वाली श्रीमती त्रिवेणी देवी (नगला मान्धाती) को शॉल, चित्र एवं गीता की पुस्तक भेंट कर सम्मानित किया गया। साथ ही अहिल्याबाई होल्कर प्रतियोगिता में प्रथम, द्वितीय व तृतीय स्थान प्राप्त करने वाली छात्राएं इशू यादव, स्नेहा और नव्या कुशवाहा भी सम्मानित की गईं।
अंत में आचार्या बेबी रानी चौहान ने सभी अतिथियों एवं मातृ शक्ति का आभार व्यक्त किया, जबकि आचार्या मोहिनी ने उपस्थित सभी माताओं को सामाजिक और राष्ट्रीय दायित्वों के प्रति संकल्प दिलाया। कार्यक्रम में सेवा भारती, विद्यालय प्रबंधन एवं समाज के अनेक गणमान्य नागरिकों की गरिमामयी उपस्थिति रही, जिससे यह आयोजन अत्यंत प्रेरणादायी और सफल सिद्ध हुआ।












