सिकंदराराऊ (पुरदिलनगर) 07 दिसंबर । कस्बा पुरदिलनगरमें स्वास्थ्य विभाग के उच्चाधिकारियो के आदेश पर विशेष टीकाकरण अभियान के तत्वावधान में टीकाकरण अभियान संचालित किया गया।विशेष टीकाकरण अभियान कार्यक्रम के तहत स्वास्थ्य विभाग के स्वास्थ्य कर्मियों के द्वारा मोहल्ला इस्लामनगर में घर घर पहुंचकर बच्चों का टीकाकरण का कार्य कराया गया।मोहल्ला इस्लामनगर के सभी वाशिन्दों ने अपने अपने परिवार के बच्चों को सौ प्रतिशत टीकाकरण कराकर जीरो डोज़ का दर्जा प्रदान किया।सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र के प्रभारी चिकित्साधिकारी के दिशा निर्देशन राष्ट्रीय बाल स्वास्थ्य कार्यक्रम आरबीएसके टीम के चिकित्सक ने पुरदिलनगर कस्बा के मोहल्ला इस्लामनगर में पहुंचकर विशेष टीकाकरण अभियान के तहत टीकाकरण कार्यक्रम संचालित किया गया।राष्ट्रीय बाल स्वास्थ्य कार्यक्रम टीम के चिकित्सक ने धर्मगुरू एवं क्षेत्रीय इलाका जनप्रतिनिधि के सहयोग से घर घर पहुंचकर बच्चो के टीकाकरण कराए जाने से होने वाले लाभ के बारे में जानकारी देते हुए जागरूक किया।राष्ट्रीय बाल स्वास्थ्य कार्यक्रम की टीम के चिकित्सक सदस्य ने कहा कि इस्लामनगर मुहल्ले में घर घर पहुंचकर धर्मगुरूओं जनप्रतिनिधि के अलावा स्वास्थ्य टीम के बेहत जन समन्यवय से ही शत प्रतिशत जीरो डोज के टीकाकरण का लक्ष्य प्राप्त किया गया है।उन्होने बताया कि टीकाकरण के कार्य के दौरान जनमानस को सही तरह से टीकाकरण कराए जाने से बच्चो में होने वाली रोग प्रतिरोधक क्षमता सहित विभिन्न लाभप्रद जानकारी देकर सही से जनमानस महिला पुरूषों को जागरूक किया गया।स्वास्थ्य टीकाकरण टीम ने बताया कि टीकाकरण के कार्य के दौरान तमाम परिवार अपने सदस्यो को टीका भी नही लगवाते थे।जब उन्हे टीकाकरण से होने वाले स्वास्थ्य लाभ के बारे में विस्तार पूर्वक जानकारी देकर बच्चों की स्वास्थ्य सुरक्षा को बेहतर बनाने की जानकारी देकर बच्चो का टीकाकरण कराने से बच रहे परिवार के सदस्यों के बीच विश्वास की अलख जगाकर वहाँ की वैक्सीन हिचकिचाहट ने सभी परिवारों का सौ प्रतिशत पूर्ण टीकाकरण कराना वाकई में असाधारण सफलता साबित हुआ है।उन्होने कहा कि यह तब और भी बड़ी बात हो जाती है,जब क्षेत्र में धार्मिक और सामाजिक चुनौतियाँ रही हों।उन्होने बताया टीकाकरण के कार्य के दौरान जीरो डोज होना ही यह एक बेहतरीन उदाहरण है।जब स्वास्थ्य कर्मचारी,प्रशासन,जन-प्रतिनिधि और धार्मिक नेता एक साथ मिलकर काम करते हैं।तो सबसे मुश्किल से मुश्किल क्षेत्र में भी शत प्रतिशत टीकाकरण संभव है।इस्लामनगर की इस सफलता को पीसीआई इंडिया और गावी परियोजना के तहत अन्य क्षेत्रों के लिए मॉडल के रूप में प्रस्तुत किया जाना चाहिए।इस टीकाकरण अभियान में निम्न लोगों का योगदान अतुलनीय रहा।