
हाथरस 02 दिसंबर । गीता जयंती के पावन अवसर पर सेकसरिया सुशीला देवी पब्लिक स्कूल में एक आध्यात्मिक, सांस्कृतिक एवं प्रेरणादायी कार्यक्रम का आयोजन अत्यंत श्रद्धा एवं गरिमा के साथ किया गया। इस अवसर पर विद्यार्थियों ने गीता सार तथा श्रीमद् भगवद् गीता के श्लोकों की भावपूर्ण प्रस्तुति देकर समस्त वातावरण को भक्तिमय बना दिया। कार्यक्रम का शुभारंभ विधिवत गीता पूजन से किया गया, जिसमें विद्यार्थियों एवं शिक्षकों ने श्रद्धाभाव से सहभागिता की। इसके पश्चात नन्हे-मुन्ने विद्यार्थियों द्वारा श्रीकृष्ण एवं अर्जुन की मनोहारी झांकी प्रस्तुत की गई, जिसने सभी दर्शकों का मन मोह लिया। बच्चों की वेश-भूषा, संवाद शैली और अभिनय अत्यंत सराहनीय रहा। इस अवसर पर विद्यालय के प्रधानाचार्य महोदय ने अपने प्रेरणादायी वक्तव्य में गीता सार तथा उसके मनुष्य जीवन में महत्व को विस्तारपूर्वक समझाया। उन्होंने विद्यार्थियों को कर्मयोग का संदेश देते हुए कहा— “कर्म करो, फल की इच्छा मत करो। कर्म करना हमारे हाथ में है, परंतु फल देना ईश्वर के हाथ में है। हमें कभी भी कर्म करने से पीछे नहीं हटना चाहिए, क्योंकि कर्म में इतनी शक्ति होती है कि वह हमारे भाग्य के लेख को भी बदल सकता है।” प्रधानाचार्य महोदय के इन प्रेरक शब्दों से विद्यार्थियों में नए उत्साह एवं आत्मविश्वास का संचार हुआ। कार्यक्रम के दौरान विद्यार्थियों ने भगवद् गीता के श्लोकों को न केवल संस्कृत में बल्कि उनके हिंदी अनुवाद के साथ भी अत्यंत प्रभावशाली ढंग से प्रस्तुत किया, जिससे सभी श्रोता गीता के संदेश को सरल रूप में समझ सके। कार्यक्रम के अंत में गीता आरती का आयोजन किया गया, जिससे सम्पूर्ण वातावरण आध्यात्मिक ऊर्जा एवं भक्तिभाव से परिपूर्ण हो उठा। यह आयोजन विद्यार्थियों में संस्कार, नैतिक मूल्यों एवं आत्मिक चेतना के विकास की दिशा में एक अत्यंत सराहनीय एवं प्रेरणास्पद प्रयास सिद्ध हुआ।