
हाथरस 12 नवम्बर। सर्वोच्च न्यायालय द्वारा 2010 से पूर्व नियुक्त शिक्षकों के लिए टीईटी अनिवार्य किए जाने के आदेश का देशभर में शिक्षकों ने विरोध शुरू कर दिया है। शिक्षा विभाग में वर्षों से सेवा भाव से कार्यरत शिक्षक इस निर्णय को अन्यायपूर्ण बताते हुए अब दिल्ली में बड़ा आंदोलन करने की तैयारी में हैं। इसी क्रम में देशभर के शिक्षक संगठनों ने एकजुट होकर “टीचर्स फेडरेशन ऑफ इंडिया” नामक मंच का गठन किया है, जिसके राष्ट्रीय अध्यक्ष दिनेश चंद्र शर्मा बनाए गए हैं।
फेडरेशन के अध्यक्ष ने 5 दिसंबर को दिल्ली में धरने की घोषणा की है। जनपद हाथरस से भी इस आंदोलन में शामिल होने की तैयारी की जा रही है। उत्तर प्रदेशीय प्राथमिक शिक्षक संघ के जिलाध्यक्ष सुरेश कुमार शर्मा के नेतृत्व में जिले के सभी पदाधिकारियों की एक बैठक आयोजित की गई, जिसमें धरने की रूपरेखा तैयार की गई। बैठक में जिलाध्यक्ष सुरेश कुमार शर्मा ने कहा कि सभी शिक्षकों की नियुक्ति नियमानुसार हुई है। किसी भी कर्मचारी की नियुक्ति उसकी शैक्षणिक योग्यता और पात्रता के आधार पर होती है। वर्षों से कार्यरत शिक्षकों पर टीईटी की अनिवार्यता थोपना गलत है। भर्ती प्रक्रिया विज्ञापन से शुरू होती है और नियुक्ति के साथ समाप्त। पात्रता मानदंड को बीच में बदलना न्यायसंगत नहीं है। उन्होंने कहा कि यदि सरकार और न्यायालय शिक्षकों पर टीईटी परीक्षा देने का दबाव डालते हैं, तो लाखों शिक्षक 5 दिसंबर को सड़कों पर उतरने को मजबूर होंगे। बैठक में जिला महामंत्री विजयवीर सिंह, कोषाध्यक्ष वीरेंद्र सिंह, संयुक्त मंत्री यतेन्द्र पाठक, योगेंद्र शर्मा, संतोष शर्मा, शशि कुलश्रेष्ठ, नेत्रपाल सिंह, अरुण शर्मा, गोविंद रावत, कन्हैया लाल, नरेश मीना, गौरव पचौरी, कुलदीप चौधरी, भगवानदास यादव, सचिन शर्मा, मोनू बंसल, अमित शर्मा, जितेंद्र कौशल सहित अनेक शिक्षक मौजूद रहे।











