
हाथरस 12 नवम्बर। राष्ट्रीय गीत वंदे मातरम् के 150 वर्ष पूर्ण होने के स्मरणोत्सव के उपलक्ष्य में सेंट फ्रांसिस इंटर कॉलेज में आज एक भव्य सामूहिक गायन कार्यक्रम का आयोजन किया गया। इस अवसर पर मुख्य अतिथि के रूप में सांसद अनूप प्रधान वाल्मीकि, विधायक सदर अंजुला सिंह माहौर, विधायक सिकंद्राराऊ वीरेन्द्र सिंह राणा, जिलाध्यक्ष शरद माहेश्वरी, जिलाधिकारी अतुल वत्स तथा पुलिस अधीक्षक चिरंजीव नाथ सिंहा उपस्थित रहे।
कार्यक्रम का शुभारंभ अतिथियों के स्वागत एवं पुष्पगुच्छ भेंट से हुआ। तत्पश्चात जीजीआईसी इंटर कॉलेज की छात्राओं ने ‘वंदे मातरम्’ गीत की ध्वनि पर आकर्षक नृत्य प्रस्तुति देकर सभी का मन मोह लिया। सांसद अनूप प्रधान वाल्मीकि ने अपने संबोधन में कहा कि “वंदे मातरम् मात्र एक गीत नहीं, बल्कि भारत की एकता, अखंडता और शक्ति का प्रतीक है। यह धर्म या समुदाय से परे, पूरे देशवासियों की भावना और राष्ट्रप्रेम का प्रतिनिधित्व करता है।” उन्होंने इस अवसर पर सभी नागरिकों को शुभकामनाएं देते हुए कहा कि हमें गर्व के साथ ‘वंदे मातरम्’ गाना चाहिए और इसकी भावना को सदैव जीवित रखना चाहिए। सांसद ने साथ ही सेवा पखवाड़ा 2025 के विजेताओं को शुभकामनाएं दीं और कहा कि “बच्चे ही देश का भविष्य हैं और उनकी निरंतर प्रगति ही राष्ट्र की असली ताकत है। विधायक सदर अंजुला सिंह माहौर एवं विधायक सिकंद्राराऊ वीरेन्द्र सिंह राणा ने अपने उद्बोधनों में कहा कि “वंदे मातरम्” केवल एक गीत नहीं, बल्कि यह हमारी मातृभूमि के प्रति आदर और समर्पण का प्रतीक है। उन्होंने बताया कि 24 जनवरी 1950 को इसे संविधान में राष्ट्रीय गीत का दर्जा दिया गया था। दोनों विधायकों ने मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के इस निर्णय का स्वागत किया कि प्रत्येक विद्यालय में ईश्वर प्रार्थना के पश्चात “वंदे मातरम्” का गायन अनिवार्य किया गया है। उन्होंने कहा कि यह परंपरा नई पीढ़ी में राष्ट्रभक्ति, अनुशासन और एकता की भावना को सुदृढ़ करेगी। जिलाध्यक्ष शरद माहेश्वरी ने कहा कि “वंदे मातरम्” का इतिहास भारतीय स्वतंत्रता संग्राम से गहराई से जुड़ा है। बंकिमचंद्र चट्टोपाध्याय द्वारा रचित यह गीत गुरुदेव रवीन्द्रनाथ ठाकुर के स्वरों से अमर हुआ और आज भी यह राष्ट्रप्रेम का प्रतीक है। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ जी के निर्णय से देश के हर बच्चे में देशभक्ति की नई चेतना जागृत होगी। कार्यक्रम के समापन पर मुख्य विकास अधिकारी ने मंच पर उपस्थित सभी अतिथियों का आभार व्यक्त किया। उन्होंने बताया कि इस ऐतिहासिक अवसर पर लगभग डेढ़ हजार लोगों ने सामूहिक रूप से वंदे मातरम् का गायन किया, जो एकता और देशभक्ति का अद्भुत उदाहरण है। कार्यक्रम में सेवा पखवाड़ा 2025 के अंतर्गत आयोजित प्रतियोगिताओं के विजेताओं को सम्मानित किया गया। प्रथम स्थान विजेताओं को ₹51,000, द्वितीय स्थान को ₹21,000 तथा तृतीय स्थान को ₹11,000 की धनराशि व प्रमाणपत्र प्रदान किए गए। सम्मानित विद्यार्थियों में हेमलता, अर्पित प्रताप सिंह, आस्था भारद्वाज, नवीन कुमार, हर्षिता भास्कर, उरूज, अंकित सौनी, मानस वशिष्ठ एवं हिमांशू शामिल रहे। इस अवसर पर जिले के अधिकारीगण, परियोजना निदेशक, जिला विद्यालय निरीक्षक, प्रधानाचार्य, शिक्षण संस्थानों के छात्र-छात्राएं उपस्थित रहे। कार्यक्रम का समापन राष्ट्रभक्ति की गूंज और वंदे मातरम् के जयघोष के साथ हुआ।











