हाथरस 19 जुलाई । जिलाधिकारी राहुल पांडेय ने शनिवार को विकास खंड सहपऊ की ग्राम पंचायत धनौली रसीदपुर में जल जीवन मिशन के अंतर्गत संचालित कार्यों का स्थलीय निरीक्षण कर कार्य प्रगति की समीक्षा की। उन्होंने पाइपलाइन बिछाने, गृह जल संयोजन, बाउंड्रीवाल, ट्यूबवेल स्थापना एवं ओवरहेड टैंक के शेष कार्यों को शीघ्र व गुणवत्तापूर्ण ढंग से पूर्ण कर नियमित जल आपूर्ति सुनिश्चित करने के निर्देश दिए।
योजना की स्थिति और प्रगति
निरीक्षण के दौरान अधिशासी अभियंता ने अवगत कराया कि यह योजना तीन गांवों को लाभान्वित करेगी, जिसकी कुल लाभार्थी जनसंख्या 3935 है। 616 गृह जल संयोजन, 11.09 किमी वितरण प्रणाली, 2 नलकूप, 2 पंप हाउस, 2 बाउंड्रीवाल, और 1 ओवरहेड टैंक (250 केएल/12 मीटर) का निर्माण प्रस्तावित है।अब तक 8.5 किमी पाइपलाइन, 170 जल संयोजन, 2 नलकूप, 2 पंप हाउस, 1 बाउंड्रीवाल एवं ओवरहेड टैंक का टॉप डोम तक कार्य पूर्ण हो चुका है।फर्म के एजीएम अनिल कुमार सिंह ने बताया कि ओवरहेड टैंक का शेष कार्य एक माह में पूर्ण कर लिया जाएगा। इस पर जिलाधिकारी ने कड़ी नाराजगी जताते हुए कार्यों में तेजी लाने, क्लोरीनेटर सहित ट्यूबवेल से जल आपूर्ति शुरू करने, और खोदी गई सड़कों की तत्काल मरम्मत करने के निर्देश दिए।
हर घर जल प्रमाणन पर विशेष जोर
जिलाधिकारी ने निर्देश दिए कि जनपद की सभी पेयजल योजनाओं को निर्धारित समयसीमा में पूरा कर हर घर जल प्रमाणन कराया जाए। साथ ही जिन गांवों में पाइपलाइन बिछ चुकी है, वहाँ सड़कों की पुनःस्थापना की स्थिति से तत्काल अवगत कराने के निर्देश भी दिए।
ग्राम वन का निरीक्षण एवं पौधरोपण
इसके पश्चात जिलाधिकारी ने ग्राम पंचायत धनौली में मनरेगा के अंतर्गत संचालित ग्राम वन निर्माण कार्य का निरीक्षण किया। उन्होंने अशोक का पौधा लगाकर वृक्षारोपण की शुरुआत की।
खण्ड विकास अधिकारी के अनुसार, यह कार्य 8 जुलाई 2025 से आरंभ हुआ है, जिसका क्षेत्रफल 80 मीटर × 60 मीटर है तथा लागत लगभग ₹3.73 लाख है। यहाँ 400 पौधे, पाथवे, तथा तार फेंसिंग की व्यवस्था की जा रही है। वर्तमान में 15 मजदूर कार्यरत हैं।जिलाधिकारी ने निर्देश दिए कि अधिक से अधिक फलदार पौधों का रोपण किया जाए तथा उनकी देखभाल, सिंचाई और सुरक्षा पर विशेष ध्यान दिया जाए, जिससे पौध सूखें नहीं और पर्यावरण संरक्षण भी सुनिश्चित हो।निरीक्षण के दौरान प्रभागीय वनाधिकारी, उप जिलाधिकारी सादाबाद, तहसीलदार, खण्ड विकास अधिकारी, एपीओ मनरेगा, ग्राम प्रधान, जल निगम ग्रामीण के सहायक अभियंता, और कार्यदायी संस्था के प्रतिनिधि आदि मौजूद रहे।