हाथरस 18 जुलाई । जनपद में कानून व्यवस्था बनाए रखने, अपराध नियंत्रण और आगामी त्योहारों महाशिवरात्रि एवं श्रावण मास/कांवड़ यात्रा को सकुशल संपन्न कराने के उद्देश्य से पुलिस अधीक्षक हाथरस श्री चिरंजीव नाथ सिन्हा द्वारा जिला प्रशिक्षण इकाई, पुलिस लाइन हाथरस में समस्त पुलिस अधिकारियों के साथ अपराध गोष्ठी का आयोजन किया गया। इस बैठक में अपर पुलिस अधीक्षक अशोक कुमार, जे.डी. अभियोजन श्रीमती सहला शमी, सभी क्षेत्राधिकारी, मुख्य अग्निशमन अधिकारी राजकुमार बाजपेयी, थाना प्रभारीगण, शाखा प्रभारीगण आदि मौजूद रहे। गोष्ठी के दौरान पुलिस अधीक्षक द्वारा अधिकारियों को उच्चाधिकारियों के दिशा-निर्देशों से अवगत कराया गया और जनपद में कानून व्यवस्था को सुदृढ़ बनाए रखने के लिए आवश्यक निर्देश दिए गए।
त्योहारों को दृष्टिगत रखते हुए सभी थानों को निर्देशित किया गया कि वे त्योहार रजिस्टर का अवलोकन करें तथा विगत वर्षों की घटनाओं का अध्ययन कर पीस कमेटी की बैठक आयोजित करें। कांवड़ यात्रा के लिए विशेष सतर्कता बरतने, अराजक तत्वों पर नजर रखने, सोशल मीडिया की निगरानी और धार्मिक व सामाजिक प्रतिनिधियों से संवाद बनाए रखने के निर्देश दिए गए। श्रद्धालुओं के मार्गों पर यातायात प्रबंधन, चौबीसों घंटे पुलिस बल की तैनाती, शिविरों की व्यवस्थाएं, और रूट डायवर्जन का पालन सुनिश्चित करने को कहा गया। साथ ही सभी थाना प्रभारियों को निर्देशित किया गया कि वे अपने क्षेत्र के हिस्ट्रीशीटर, गौतस्कर, लुटेरे और अन्य सक्रिय अपराधियों का सत्यापन कर आवश्यक कार्यवाही करें।
लंबित विवेचनाओं के शीघ्र निस्तारण, महिला संबंधित अपराध, पोक्सो, एससी-एसटी, गैंगस्टर व अन्य गंभीर मामलों में आरोपियों की गिरफ्तारी हेतु विशेष अभियान चलाने के निर्देश दिए गए। चोरी, नकबजनी और वाहन चोरी की घटनाओं पर अंकुश लगाने के लिए प्रभावी गश्त और पूर्व अपराधियों का सत्यापन करने को कहा गया। खनन, शराब, पशु, वन एवं भूमि माफियाओं के विरुद्ध गैंगस्टर एक्ट के अंतर्गत कठोर कार्यवाही करने तथा उनकी संपत्ति जब्त करने की कार्यवाही सुनिश्चित करने के भी निर्देश दिए गए। आईजीआरएस पोर्टल और थानों में लंबित शिकायतों की समीक्षा कर समयबद्ध व गुणवत्तापूर्ण निस्तारण के निर्देश दिए गए। ऑपरेशन कन्विक्शन के अंतर्गत चिन्हित मामलों में गवाहों की गवाही तय समय पर कराकर दोषियों को सजा दिलाने की कार्रवाई तेज करने को कहा गया।
पुलिस अधीक्षक ने निर्देश दिया कि सभी थाना प्रभारी अपने-अपने क्षेत्रों में आने वाली छोटी-बड़ी घटनाओं को गंभीरता से लें और असामाजिक तत्वों पर कड़ी निगरानी रखें। धार्मिक आयोजनों की अनुमति केवल मौके पर निरीक्षण के बाद नियमानुसार दी जाए। सैनिक सम्मेलन के दौरान पुलिस अधीक्षक ने प्रत्येक पुलिसकर्मी की व्यक्तिगत और विभागीय समस्याएं सुनीं और उनके समाधान के लिए संबंधित अधिकारियों को निर्देश दिए। थानों व चौकियों पर अनधिकृत रूप से किसी को बैठाने से मना किया गया। मॉर्निंग पुलिसिंग, दिन व रात्रि गश्त और बैंक व बाजार क्षेत्रों में विशेष सतर्कता बरतने के निर्देश भी दिए गए।