हाथरस 17 जुलाई । मुख्य पशुचिकित्साधिकारी डॉ. विजय सिंह ने अवगत कराया है कि नन्द बाबा दुग्ध मिशन के अन्तर्गत ‘मिनी नन्दिनी कृषक समृद्धि योजना’ का संचालन जनपद हाथरस में किया जाना प्रस्तावित है। इस योजना के तहत प्रति इकाई 10 उन्नत नस्ल के स्वदेशी दुधारू गौवंश (साहिवाल, गिर व थारपारकर प्रजाति) रखे जाएंगे। परियोजना की लागत ₹23.60 लाख निर्धारित की गई है, जिसमें पात्र लाभार्थियों को 50% तक का अनुदान यानी अधिकतम ₹11.80 लाख दो समान किस्तों में DBT के माध्यम से प्रदान किया जाएगा। शेष राशि में लाभार्थी अंशदान 15%, बैंक ऋण 36% रहेगा।
योजना हेतु पात्रता व आवश्यकताएं
- लाभार्थी के पास 0.20 एकड़ भूमि इकाई स्थापना हेतु तथा 0.80 एकड़ भूमि चारा उत्पादन हेतु होनी चाहिए। यह भूमि स्वयं की, पैतृक अथवा कम से कम 7 वर्षों के लिए अनुबंधित होनी चाहिए।
- पूर्व में कामधेनु, मिनी कामधेनु, माइक्रो कामधेनु, मुख्यमंत्री गौ-संवर्धन योजना अथवा नन्द बाबा मिशन की अन्य योजनाओं के लाभार्थी इस योजना हेतु पात्र नहीं होंगे।
आवेदन प्रक्रिया
- आवेदन 14 जुलाई 2025 से 13 अगस्त 2025 तक ऑनलाइन पोर्टल https://nandbabadugdhmission.up.gov.in पर किए जा सकेंगे।
- विस्तृत जानकारी उप दुग्धशाला विकास अधिकारी अथवा मुख्य विकास अधिकारी कार्यालय से प्राप्त की जा सकती है।
अनुदान स्वीकृति की प्रक्रिया
- प्रथम किस्त (25%): आधारभूत ढांचे के सत्यापन के पश्चात।
- द्वितीय किस्त (25%): 10 दुधारू गौवंश की खरीदी व उनके सत्यापन उपरांत।
- सभी भुगतान डीबीटी (DBT) के माध्यम से सीधे लाभार्थी के बैंक खाते में होंगे।
जनपद हाथरस के लिए वर्ष 2025-26 में कुल 08 इकाइयों का लक्ष्य निर्धारित किया गया है। यह योजना दुग्ध उत्पादन को प्रोत्साहित करने एवं ग्रामीण किसानों की आय बढ़ाने में सहायक सिद्ध होगी।